लेकिन ये सच है

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राजा राम हंडिआया

तर्कशील सोसायटी हरियाणा के संस्थापक श्री राजा राम हंडिआया किसी जान पहचान के मोहताज नहीं हैं | वह पहले भी दो पुस्तकें ‘ परमात्मा कब कहां और केसे ‘ और ‘कैसा गुरु कैसी मुक्ति ‘ पाठकों को भेंट कर चुकें हैं । यह पुस्तक ‘ लेकिन ये सच्च है ‘ उनकी तीसरी पुस्तक है । इस पुस्तक में उन्होंने अपने तर्कों से अंध विशवासों पर गहरा प्रहार किया है । उनकी पहली पुस्तकों की तरह यह पुस्तक भी लोगों को अपनी होनी के आप मालिक बनना सिखाएगी । इसके साथ ही यह लोगों की सोच वैज्ञानिक बनाएगी । पाठकों के सुझावों का हमें इंतजार रहेगा।

– मेघ राज मित्र
संस्थापक तर्कशील सोसायटी भारत

Tarksheel / Tarkshil 

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Lekin Ye Sach Hai

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