लेकिन ये सच है
₹100.00
राजा राम हंडिआया
तर्कशील सोसायटी हरियाणा के संस्थापक श्री राजा राम हंडिआया किसी जान पहचान के मोहताज नहीं हैं | वह पहले भी दो पुस्तकें ‘ परमात्मा कब कहां और केसे ‘ और ‘कैसा गुरु कैसी मुक्ति ‘ पाठकों को भेंट कर चुकें हैं । यह पुस्तक ‘ लेकिन ये सच्च है ‘ उनकी तीसरी पुस्तक है । इस पुस्तक में उन्होंने अपने तर्कों से अंध विशवासों पर गहरा प्रहार किया है । उनकी पहली पुस्तकों की तरह यह पुस्तक भी लोगों को अपनी होनी के आप मालिक बनना सिखाएगी । इसके साथ ही यह लोगों की सोच वैज्ञानिक बनाएगी । पाठकों के सुझावों का हमें इंतजार रहेगा।
– मेघ राज मित्र
संस्थापक तर्कशील सोसायटी भारत
Tarksheel / Tarkshil
रु 100
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होमो डेयस – आने वाले कल का संक्षिप्त इतिहास
₹450.00 Add to cart Buy nowहोमो डेयस – आने वाले कल का संक्षिप्त इतिहास
युवाल नोआ हरारी
बेस्टसेलिंग पुस्तक सेपियन्स: मन जाति का संक्षिप्त इतिहास के लेखक युवाल नोआ हरारी एक ऐसी दुनिया की कल्पना प्रस्तुत करते हैं जो बहुत ज़्यादा दूर नहीं है, और जिसमें हम सर्वथा नयी चुनौतियों का सामना करने वाले हैं।
होमो डेयस उन परियोजनाओं, स्वप्नों और दुःस्वप्नो की पड़ताल करती है जो इक्कीसवीं सदी को आकार देने वाले हैं – मृत्यु पर विजय प्राप्त करने से लेकर कृत्रिम जीवन की रचना तक। यह किताब कुछ बुनियादी सवाल पूछती है: हम यहाँ से कहाँ जाएँगे? और हम अपनी ही विनाशकारी शक्तियों से इस नाज़ुक संसार की रक्षा कैसे करेंगे?सेपियन्स ने हमें बताया हम कहाँ से आये थे
होमो डेयस हमें बताती है कि हम कहाँ जा रहे हैंडॉ. युवाल नोआ हरारी के पास ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से इतिहास में पीएचडी है और अब वे हिब्रू विश्वविद्यालय में विश्व इतिहास के विशेषज्ञ हैं। सेपियन्स : मानव जाति का एक संक्षिप्त इतिहास ने विश्व भर से प्रशंसक हासिल किये हैं, इन में बिल गेट्स, बराक ओबामा और जर्विस कॉकर जैसे नाम शामिल हैं। इसे अब तक 50 से अधिक भाषाओं में प्रकाशित किया जा चुका है। यह संडे टाइम्स में नंबर एक बेस्टसेलर रही और पेपरबैक रूप में नौ महीने से अधिक के लिए शीर्ष दस में थी। ‘द गार्जियन’ द्वारा सेपियन्स को उत्कृष्ट, सबसे अधिक पढ़ने योग्य और इस सदी की सबसे महत्वपूर्ण किताब के रूप में वर्णित किया गया है।
प्राफेसर हरारी नियमित रूप से अपनी किताबों और लेखों में खोजे गए विषयों पर दुनिया भर में व्याख्यान देते हैं। वे गार्जियन, फाइनेंशियल टाइम्स, द टाइम्स, नेचर पत्रिका और वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसे समाचार पत्रों के नियमित रूप से लेख भी लिखते हैं। वह स्वैच्छिक आधार पर विभिन्न संगठनों और दर्शकों को अपना ज्ञान और समय भी प्रदान करते हैं।पृष्ठ 428 रु450
Categories: Books By, Hindi Atheist Books / हिन्दी पुस्तकें, Yuval Noah Harari: Books, गैर काल्पनिक, तर्कशील, नास्तिकता किताबें, बाल साहित्य, बाल-पुस्तकें, बेस्ट सेलर, विज्ञान, समाजशास्त्र Tags: andhvishwas par nibandh, harari hindi, Hindi Popular Science, yuval noah harari hindi, अंधविश्वास पर निबंध₹450.00 -
कैसा गुरु? कैसी मुक्ति?
₹60.00 Add to cart Buy nowकैसा गुरु? कैसी मुक्ति?
राजा राम हंडियाया
तर्कशील सोसायटी हरियाणा के प्रधान श्री राजा राम हंडियाया की प्रथम पुस्तक ‘ परमात्मा कब कहां और कैसे ?” की सफल प्राप्ति के बाद यह दूसरी पुस्तक ” कैसा गुरू? कैसी मुक्ति ” भी अंधविश्वासों तथा धर्म, गुरू व मोक्ष की पुरातन व गैरवैज्ञानिक धारणाओं को खत्म करने व नई चेतना लाने में एक कारगर हथियार साबित होगी ।
– मेघ राज मित्र
प्रधान तर्कशील सोसायटी भारत
Tarksheel / Tarkshil
रु 60
Categories: Hindi Atheist Books / हिन्दी पुस्तकें, नास्तिकता किताबें, प्रबन्धन, बाल साहित्य, बाल-पुस्तकें, विज्ञान, विमर्श, स्वतंत्र विचार Tag: Study₹60.00 -
पृथ्वी के सबसे शानदार दृश्य विस्मय – रिचर्ड डॉकिन्स
Rated 5.00 out of 5₹499.00 Add to cart Buy nowपृथ्वी के सबसे शानदार दृश्य विस्मय – रिचर्ड डॉकिन्स
पृथ्वी के सबसे शानदार दृश्य विस्मय
रिचर्ड डॉकिन्स
“द ग्रेटेस्ट शो ऑन अर्थ” (पृथ्वी के सबसे शानदार दृश्य विस्मय) रिचर्ड डॉकिंस द्वारा लिखी गई एक पुस्तक है जो प्राणी विकास के सिद्धांत पर है। यह बताती है कि कैसे पृथ्वी पर सभी जीव विकसित हुए हैं जिसमें प्राकृतिक चयन नामक एक प्रक्रिया शामिल है। डॉकिंस जानवर और पौधों के उदाहरण उठाकर अपनी बातों का समर्थन करते हुए साक्ष्य प्रदान करते हैं और प्राणी विकास के खिलाफ आम तरीके के तर्कों का विरोध करते हुए साक्ष्य प्रदान करते हैं। समग्र रूप से, पुस्तक प्राणी विकास केवल एक सिद्धांत नहीं है, बल्कि विज्ञानी साक्ष्य की एक विस्तृत मात्रा द्वारा समर्थित एक तथ्य है।
“प्राणी विकास के अद्भुत रहस्यों को खोजें – पृथ्वी का सबसे बड़ा शो!”
हिंदी में अंतर्राष्ट्रीय बेस्ट सेलर पुस्तकISBN 978-81-969323-8-1
पृष्ठ 356 रु499
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सेपियन्स – मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास
Rated 4.95 out of 5₹599.00 Add to cart Buy nowसेपियन्स – मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास
डॉ युवाल नोआ हरारी
डॉ. युवाल नोआ हरारी द्वारा लिखित किताब ‘सेपियन्स’ में मानव जाति के संपूर्ण इतिहास को अनूठे परिप्रेक्ष्य में अत्यंत सजीव ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यह प्रस्तुतिकरण अपने आप में अद्वितीय है। प्रागैतिहासिक काल से लेकर आधुनिक युग तक मानव जाति के विकास की यात्रा के रोचक तथ्यों को लेखक ने शोध पर आधारित आँकडों के साथ इस तरह शब्दों में पिरोया है कि यह किताब निश्चित रूप से मॉर्डन क्लासिक किताबों की श्रेणी में शुमार होगी।
करीब 100,000 साल पहले धरती पर मानव की कम से कम छह प्रजातियाँ बसती थीं, लेकिन आज स़िर्फ हम (होमो सेपियन्स) हैं। प्रभुत्व की इस जंग में आख़िर हमारी प्रजाति ने कैसे जीत हासिल की? हमारे भोजन खोजी पूर्वज शहरों और साम्राज्यों की स्थापना के लिए क्यों एकजुट हुए? कैसे हम ईश्वर, राष्ट्रों और मानवाधिकारों में विश्वास करने लगे? कैसे हम दौलत, किताबों और कानून में भरोसा करने लगे? और कैसे हम नौकरशाही, समय-सारणी और उपभोक्तावाद के गुलाम बन गए? आने वाले हज़ार वर्षों में हमारी दुनिया कैसी होगी? इस किताब में इन्हीं रोचक सवालों के जवाब समाहित हैं।
‘सेपियन्स’ में डॉ. युवाल नोआ हरारी ने मानव जाति के रहस्यों से भरे इतिहास का विस्तार से वर्णन किया है। इसमें धरती पर विचरण करने वाले पहले इंसानों से लेकर संज्ञानात्मक, कृषि और वैज्ञानिक क्रांतियों की प्रारम्भिक खोजों से लेकर विनाशकारी परिणामों तक को शामिल किया गया है। लेखक ने जीव-विज्ञान, मानवशास्त्र, जीवाश्म विज्ञान और अर्थशास्त्र के गहन ज्ञान के आधार पर इस रहस्य का अन्वेषण किया है कि इतिहास के प्रवाह ने आख़िर कैसे हमारे मानव समाजों, हमारे चारों ओर के प्राणियों और पौधों को आकार दिया है। यही नहीं, इसने हमारे व्यक्तित्व को भी कैसे प्रभावित किया है।
डॉ युवाल नोआ हरारी
डॉ युवाल नोआ हरारी के पास ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से इतिहास में पीएचडी है और अब वे हिब्रू विश्वविद्यालय में विश्व इतिहास के विशेषज्ञ हैं। सेपियन्स : मानव जाति का एक संक्षिप्त इतिहास ने विश्व भर से प्रशंसक हासिल किये हैं, इन में बिल गेट्स, बराक ओबामा और जर्विस कॉकर जैसे नाम शामिल हैं। इसे अब तक 50 से अधिक भाषाओं में प्रकाशित किया जा चुका है। यह संडे टाइम्स में नंबर एक बेस्टसेलर रही और पेपरबैक रूप में नौ महीने से अधिक के लिए शीर्ष दस में थी। ‘द गार्जियन’ द्वारा सेपियन्स को उत्कृष्ट, सबसे अधिक पढ़ने योग्य और इस सदी की सबसे महत्वपूर्ण किताब के रूप में वर्णित किया गया है।
प्राफेसर हरारी नियमित रूप से अपनी किताबों और लेखों में खोजे गए विषयों पर दुनिया भर में व्याख्यान देते हैं। वे गार्जियन, फाइनेंशियल टाइम्स, द टाइम्स, नेचर पत्रिका और वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसे समाचार पत्रों के नियमित रूप से लेख भी लिखते हैं। वह स्वैच्छिक आधार पर विभिन्न संगठनों और दर्शकों को अपना ज्ञान और समय भी प्रदान करते हैं।Sapiens Hindi – Manav Jati Ka Samkshipt Itihas
डिलीवरी पर नकद / ऑनलाइन पेमेंट उपलब्ध
पृष्ठ 454 रु599Categories: Hindi Atheist Books / हिन्दी पुस्तकें, Yuval Noah Harari: Books, आलोचना, इतिहास, गैर काल्पनिक, जीवनी, नास्तिकता किताबें, प्रकृति, बाल साहित्य, बाल-पुस्तकें, बेस्ट सेलर, विज्ञान, समाजशास्त्र, स्वतंत्र विचार Tags: andhvishwas par nibandh, harari hindi, Hindi Popular Science, sapiens by, yuval noah harari hindi, अंधविश्वास पर निबंध₹599.00
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