आरंभिक भारतीय

350.00

टोनी जोसेफ़

हम भारतीय कौन हैं?
हम कहाँ से आए थे?

इन गहन सवालों के जवाबों को जानने के लिए पत्रकार टोनी जोसेफ़ 65,000 वर्ष अतीत में जाते हैं, जब आधुनिक मानवों या होमो सेपियन्स के एक समूह ने सबसे पहले अफ़्रीका से भारतीय उपमहाद्धीप तक का सफ़र तय किया था। हाल के डीएनए प्रमाणों का हवाला देते हुए वे भारत में आधुनिक मानवों के बड़े पैमाने पर हुए आगमन यानी ईरान से 7000 ईसा पूर्व और 3000 ईसा पूर्व के बीच कृषकों के आगमन तथा 2000 ईसा पूर्व और 1000 ईसा पूर्व के बीच मध्य एशियाई स्टेपी (घास के मैदान) से अन्य लोगों के साथ ही पशुपालकों के आगमन का भी पता लगाते हैं।
आनुवांशिक विज्ञान और अन्य अनुसंधानों के परिणामों का उपयोग करते हुए जोसेफ़ जब हमारे इतिहास की परतों का ख़ुलासा करते हैं, तब उनका सामना भारत के इतिहास के कुछ सबसे विवादास्पद और असहज सवालों से होता है :

• हड़प्पा के लोग कौन थे?
• क्या आर्यों का भारत में वास्तव में आगमन हुआ था?
• क्या उत्तर भारतीय आनुवांशिक रूप से दक्षिण भारतीयों से भिन्न हैं?

यह एक बेहद महत्त्वपूर्ण पुस्तक है, जो प्रामाणिक और साहसी तरीक़े से आधुनिक भारत की वंशावली से जुड़ी चर्चाओं पर विराम लगाती है। यह पुस्तक न केवल हमें यह दिखाती है कि आधुनिक भारत की जनसंख्या के वर्तमान स्वरूप की रचना कैसे हुई, बल्कि इस बारे में भी निर्विवाद और महत्वपूर्ण सत्य का ख़ुलासा करती है कि हम कौन हैं।

हम सब बाहर से आकर बसे हैं
और हम सब मिश्रित जाति के हैं

टोनी जोसेफ़
बिज़नेसवर्ल्ड के पूर्व संपादक टोनी जोसेफ़ अनेक शीर्ष अख़बारों और पत्रिकाओं में कॉलम लिखते रहे हैं। उन्होंने हिंदुस्तान के प्रागितिहास पर भी अनेक प्रभावशाली लेख लिखे हैं।


AWARDS Received for this book:

  • Best non-fiction books of the decade (2010-2019) – The Hindu.
  • Book of the Year Award (non-fiction), Tata Literature Live, 2019 – The Wire.
  • Shakti Bhatt First Book Prize 2019 – The Indian Express.
  • Atta Galatta Award for best Non-Fiction, 2019 – Deccan Herald.
  • One of the 10 Best New Prehistory Books To Read In 2020, as identified by Book Authority.

पृष्ठ 226   रु350

✅ 100% TAX FREE ✅ 100% REFUND POLICY ✅ 24x7 CUSTOMER CARE ✅ ASSURED HOUSE DOORSTEP DELIVERY ANYWHERE IN INDIA ✅ PERFECT FOR URBAN AND NON-URBAN BUYERS ALIKE ✅ INSTANT WHATSAPP HELPDESK AND DELIVERY STATUS UPDATE ON ENQUIRY: 91-9446808800 ✅ 8 + YEARS OF CUSTOMER SATISFACTION

Description

“दशक की सर्वश्रेष्ठ नॉन-फिक्शन किताब”  – द हिंदू

Hindi translation of “Early Indians” by Tony Joseph

Arambhik Bharatiya

Early Indians – Hindi

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “आरंभिक भारतीय”

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like…

  • होमो डेयस - आने वाले कल का संक्षिप्त इतिहास

    होमो डेयस – आने वाले कल का संक्षिप्त इतिहास

    450.00
    Add to cart Buy now

    होमो डेयस – आने वाले कल का संक्षिप्त इतिहास

    युवाल नोआ हरारी

    बेस्टसेलिंग पुस्तक सेपियन्स: मन जाति का संक्षिप्त इतिहास के लेखक युवाल नोआ हरारी एक ऐसी दुनिया की कल्पना प्रस्तुत करते हैं जो बहुत ज़्यादा दूर नहीं है, और जिसमें हम सर्वथा नयी चुनौतियों का सामना करने वाले हैं।
    होमो डेयस उन परियोजनाओं, स्वप्नों और दुःस्वप्नो की पड़ताल करती है जो इक्कीसवीं सदी को आकार देने वाले हैं – मृत्यु पर विजय प्राप्त करने से लेकर कृत्रिम जीवन की रचना तक। यह किताब कुछ बुनियादी सवाल पूछती है: हम यहाँ से कहाँ जाएँगे? और हम अपनी ही विनाशकारी शक्तियों से इस नाज़ुक संसार की रक्षा कैसे करेंगे?

    सेपियन्स ने हमें बताया हम कहाँ से आये थे
    होमो डेयस हमें बताती है कि हम कहाँ जा रहे हैं

     

    डॉ. युवाल नोआ हरारी के पास ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से इतिहास में पीएचडी है और अब वे हिब्रू विश्वविद्यालय में विश्व इतिहास के विशेषज्ञ हैं। सेपियन्स : मानव जाति का एक संक्षिप्त इतिहास ने विश्व भर से प्रशंसक हासिल किये हैं, इन में बिल गेट्स, बराक ओबामा और जर्विस कॉकर जैसे नाम शामिल हैं। इसे अब तक 50 से अधिक भाषाओं में प्रकाशित किया जा चुका है। यह संडे टाइम्स में नंबर एक बेस्टसेलर रही और पेपरबैक रूप में नौ महीने से अधिक के लिए शीर्ष दस में थी। ‘द गार्जियन’ द्वारा सेपियन्स को उत्कृष्ट, सबसे अधिक पढ़ने योग्य और इस सदी की सबसे महत्वपूर्ण किताब के रूप में वर्णित किया गया है।
    प्राफेसर हरारी नियमित रूप से अपनी किताबों और लेखों में खोजे गए विषयों पर दुनिया भर में व्याख्यान देते हैं। वे गार्जियन, फाइनेंशियल टाइम्स, द टाइम्स, नेचर पत्रिका और वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसे समाचार पत्रों के नियमित रूप से लेख भी लिखते हैं। वह स्वैच्छिक आधार पर विभिन्न संगठनों और दर्शकों को अपना ज्ञान और समय भी प्रदान करते हैं।

    पृष्ठ 428   रु450

    450.00
  • सेपियन्स - मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास

    सेपियन्स – मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास

    599.00
    Add to cart Buy now

    सेपियन्स – मानव जाति का संक्षिप्त इतिहास

    डॉ युवाल नोआ हरारी

    डॉ. युवाल नोआ हरारी द्वारा लिखित किताब ‘सेपियन्स’ में मानव जाति के संपूर्ण इतिहास को अनूठे परिप्रेक्ष्य में अत्यंत सजीव ढंग से प्रस्तुत किया गया है। यह प्रस्तुतिकरण अपने आप में अद्वितीय है। प्रागैतिहासिक काल से लेकर आधुनिक युग तक मानव जाति के विकास की यात्रा के रोचक तथ्यों को लेखक ने शोध पर आधारित आँकडों के साथ इस तरह शब्दों में पिरोया है कि यह किताब निश्चित रूप से मॉर्डन क्लासिक किताबों की श्रेणी में शुमार होगी।

    करीब 100,000 साल पहले धरती पर मानव की कम से कम छह प्रजातियाँ बसती थीं, लेकिन आज स़िर्फ हम (होमो सेपियन्स) हैं। प्रभुत्व की इस जंग में आख़िर हमारी प्रजाति ने कैसे जीत हासिल की? हमारे भोजन खोजी पूर्वज शहरों और साम्राज्यों की स्थापना के लिए क्यों एकजुट हुए? कैसे हम ईश्वर, राष्ट्रों और मानवाधिकारों में विश्वास करने लगे? कैसे हम दौलत, किताबों और कानून में भरोसा करने लगे? और कैसे हम नौकरशाही, समय-सारणी और उपभोक्तावाद के गुलाम बन गए? आने वाले हज़ार वर्षों में हमारी दुनिया कैसी होगी? इस किताब में इन्हीं रोचक सवालों के जवाब समाहित हैं।

    ‘सेपियन्स’ में डॉ. युवाल नोआ हरारी ने मानव जाति के रहस्यों से भरे इतिहास का विस्तार से वर्णन किया है। इसमें धरती पर विचरण करने वाले पहले इंसानों से लेकर संज्ञानात्मक, कृषि और वैज्ञानिक क्रांतियों की प्रारम्भिक खोजों से लेकर विनाशकारी परिणामों तक को शामिल किया गया है। लेखक ने जीव-विज्ञान, मानवशास्त्र, जीवाश्म विज्ञान और अर्थशास्त्र के गहन ज्ञान के आधार पर इस रहस्य का अन्वेषण किया है कि इतिहास के प्रवाह ने आख़िर कैसे हमारे मानव समाजों, हमारे चारों ओर के प्राणियों और पौधों को आकार दिया है। यही नहीं, इसने हमारे व्यक्तित्व को भी कैसे प्रभावित किया है।

    डॉ युवाल नोआ हरारी
    डॉ युवाल नोआ हरारी के पास ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से इतिहास में पीएचडी है और अब वे हिब्रू विश्वविद्यालय में विश्व इतिहास के विशेषज्ञ हैं। सेपियन्स : मानव जाति का एक संक्षिप्त इतिहास ने विश्व भर से प्रशंसक हासिल किये हैं, इन में बिल गेट्स, बराक ओबामा और जर्विस कॉकर जैसे नाम शामिल हैं। इसे अब तक 50 से अधिक भाषाओं में प्रकाशित किया जा चुका है। यह संडे टाइम्स में नंबर एक बेस्टसेलर रही और पेपरबैक रूप में नौ महीने से अधिक के लिए शीर्ष दस में थी। ‘द गार्जियन’ द्वारा सेपियन्स को उत्कृष्ट, सबसे अधिक पढ़ने योग्य और इस सदी की सबसे महत्वपूर्ण किताब के रूप में वर्णित किया गया है।
    प्राफेसर हरारी नियमित रूप से अपनी किताबों और लेखों में खोजे गए विषयों पर दुनिया भर में व्याख्यान देते हैं। वे गार्जियन, फाइनेंशियल टाइम्स, द टाइम्स, नेचर पत्रिका और वॉल स्ट्रीट जर्नल जैसे समाचार पत्रों के नियमित रूप से लेख भी लिखते हैं। वह स्वैच्छिक आधार पर विभिन्न संगठनों और दर्शकों को अपना ज्ञान और समय भी प्रदान करते हैं।

    Sapiens  Hindi – Manav Jati Ka Samkshipt Itihas

    डिलीवरी पर नकद / ऑनलाइन पेमेंट  उपलब्ध
    पृष्ठ 454   रु599

    599.00