उपन्यास
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भगवान भ्रम – रिचर्ड डॉकिन्स [हिंदी अनुवाद]
₹599.00 Add to cart Buy nowभगवान भ्रम – रिचर्ड डॉकिन्स [हिंदी अनुवाद]
भगवान भ्रम
रिचर्ड डॉकिन्स
रिचर्ड डॉकिंस, अंग्रेजी में एक प्रसिद्ध और बेस्टसेलर, ‘द गॉड डिल्यूजन’ नामक एक बेहद लोकप्रिय पुस्तक बन गई है और दुनिया भर की कई भाषाओं में इसका अनुवाद किया गया है। यह पुस्तक ‘द गॉड डिल्यूजन’ का हिंदी अनुवाद है।
‘अगर आप जानना चाहते हैं कि मेरा मन क्या है, तो गॉड डिल्यूजन पढ़ें’
– कमल हासन, सुपर स्टारएक ऐसी किताब जिसने दुनिया भर के लाखों लोगों के दिमाग को प्रभावित और बदल दिया।पृष्ठ 412 रु599
₹599.00 -
जातिप्रथा उन्मूलन और अन्य निबंध – बाबासाहेब अम्बेडकर
₹640.00 Add to cart Buy nowजातिप्रथा उन्मूलन और अन्य निबंध – बाबासाहेब अम्बेडकर
जातिप्रथा उन्मूलन और अन्य निबंध
बाबासाहेब अम्बेडकर
कई किताबें है जाति व्यवस्था पे और हम इसे कैसे खत्म कर सकते हैं, इससे संबंधित हैं। लेकिन डॉ अम्बेडकर द्वारा लिखित “जातिप्रथा उन्मूलन” (Annihilation of Caste) आज तक के इस विषय पर सभी पुस्तकों सबसे उत्कृष्ट है। क्योंकि यह व्यवस्थित रूप से दिखाता है कि यह कैसे काम करता है, लोगों को उनका शोषण और अधीन में रखने के लिए के लिए जातियों में जातिप्रथा करते है। वह हमें स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि सदियों से दुर्व्यवहार और शोषण के शिकार लोगों को मुक्त करने के लिए जाति व्यवस्था को अंत करना होगा।
यह पुस्तक जाति व्यवस्था और अन्य प्रासंगिक विषयों पर अम्बेडकर के लेखन का एक श्रेष्ठ संग्रह है। जाति-मुक्त भारत के पक्ष में खड़े हर भारतीय को इसे पढ़ना चाहिए, क्योंकि यह बहुत सारी समझ और उपयोगी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
Destruction of Caste System / Jatipradha Unmulan
पृष्ठ 592 रु640
₹640.00 -
आरंभिक भारतीय
₹350.00 Add to cart Buy nowआरंभिक भारतीय
टोनी जोसेफ़
हम भारतीय कौन हैं?
हम कहाँ से आए थे?इन गहन सवालों के जवाबों को जानने के लिए पत्रकार टोनी जोसेफ़ 65,000 वर्ष अतीत में जाते हैं, जब आधुनिक मानवों या होमो सेपियन्स के एक समूह ने सबसे पहले अफ़्रीका से भारतीय उपमहाद्धीप तक का सफ़र तय किया था। हाल के डीएनए प्रमाणों का हवाला देते हुए वे भारत में आधुनिक मानवों के बड़े पैमाने पर हुए आगमन यानी ईरान से 7000 ईसा पूर्व और 3000 ईसा पूर्व के बीच कृषकों के आगमन तथा 2000 ईसा पूर्व और 1000 ईसा पूर्व के बीच मध्य एशियाई स्टेपी (घास के मैदान) से अन्य लोगों के साथ ही पशुपालकों के आगमन का भी पता लगाते हैं।
आनुवांशिक विज्ञान और अन्य अनुसंधानों के परिणामों का उपयोग करते हुए जोसेफ़ जब हमारे इतिहास की परतों का ख़ुलासा करते हैं, तब उनका सामना भारत के इतिहास के कुछ सबसे विवादास्पद और असहज सवालों से होता है :• हड़प्पा के लोग कौन थे?
• क्या आर्यों का भारत में वास्तव में आगमन हुआ था?
• क्या उत्तर भारतीय आनुवांशिक रूप से दक्षिण भारतीयों से भिन्न हैं?यह एक बेहद महत्त्वपूर्ण पुस्तक है, जो प्रामाणिक और साहसी तरीक़े से आधुनिक भारत की वंशावली से जुड़ी चर्चाओं पर विराम लगाती है। यह पुस्तक न केवल हमें यह दिखाती है कि आधुनिक भारत की जनसंख्या के वर्तमान स्वरूप की रचना कैसे हुई, बल्कि इस बारे में भी निर्विवाद और महत्वपूर्ण सत्य का ख़ुलासा करती है कि हम कौन हैं।
हम सब बाहर से आकर बसे हैं
और हम सब मिश्रित जाति के हैंटोनी जोसेफ़
बिज़नेसवर्ल्ड के पूर्व संपादक टोनी जोसेफ़ अनेक शीर्ष अख़बारों और पत्रिकाओं में कॉलम लिखते रहे हैं। उन्होंने हिंदुस्तान के प्रागितिहास पर भी अनेक प्रभावशाली लेख लिखे हैं।
AWARDS Received for this book:
- Best non-fiction books of the decade (2010-2019) – The Hindu.
- Book of the Year Award (non-fiction), Tata Literature Live, 2019 – The Wire.
- Shakti Bhatt First Book Prize 2019 – The Indian Express.
- Atta Galatta Award for best Non-Fiction, 2019 – Deccan Herald.
- One of the 10 Best New Prehistory Books To Read In 2020, as identified by Book Authority.
पृष्ठ 226 रु350
₹350.00